आईलाइनर लगाने से पहले त्वचा की तैयारी
मेकअप बिगिनर्स के लिए सबसे सामान्य गलतियों में से एक है आईलाइनर लगाने से पहले पलकों की सही तैयारी न करना। अगर आपकी पलकें साफ और मॉइस्चराइज्ड नहीं हैं, तो आईलाइनर जल्दी फैल सकता है या टिकता नहीं है। भारतीय जलवायु में, जहाँ अक्सर गर्मी और नमी रहती है, पसीना और तैलीय त्वचा आईलाइनर को जल्दी खराब कर सकते हैं। इसलिए, सबसे पहले अपनी पलकों को किसी हल्के क्लींजर से अच्छी तरह साफ करें और फिर मॉइस्चराइज़र लगाएं, ताकि त्वचा पर कोई गंदगी या तेल न रहे।
आईशैडो प्राइमर या पाउडर का इस्तेमाल
बहुत सी महिलाएँ इस चरण को नजरअंदाज कर देती हैं, लेकिन यह बेहद जरूरी है। आईलाइनर लगाने से पहले आईशैडो प्राइमर या हल्का ट्रांसलूसेंट पाउडर लगाना चाहिए। इससे आपकी पलकों की सतह स्मूद हो जाती है और आईलाइनर लंबे समय तक टिका रहता है। साथ ही, इससे रंग भी ज्यादा उभरकर आता है और स्मज होने की संभावना कम हो जाती है। खासतौर पर जब आप पारंपरिक भारतीय मेकअप जैसे कि शादी या त्यौहारों के लिए तैयार हो रही हों, तो यह स्टेप जरूर अपनाएँ।
2. गलत आईलाइनर फार्मूला या टूल्स का चुनाव
बहुत बार मेकअप बिगिनर्स सही आईलाइनर का चुनाव नहीं कर पाते, जिससे उनका लुक नेचुरल और खूबसूरत नहीं लगता। मार्केट में लिक्विड, जेल और पेंसिल तीन तरह के आईलाइनर उपलब्ध हैं। हर फॉर्मूला अलग टेक्सचर, अप्लिकेशन और रिजल्ट देता है। अपनी स्किन टाइप, कंफर्ट लेवल और मनचाहे लुक के हिसाब से सही प्रोडक्ट चुनना जरूरी है। नीचे दिए गए टेबल में इनके बीच मुख्य अंतर और कौन-सा किसके लिए उपयुक्त है, बताया गया है:
आईलाइनर प्रकार | मुख्य विशेषताएँ | किसके लिए उपयुक्त | परिणाम |
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लिक्विड आईलाइनर | तेज रंग, शार्प लाइन, जल्दी सूखता है | ऑयली/नॉर्मल स्किन, ड्रामैटिक या विंग्ड लुक चाहने वालों के लिए | साफ-सुथरा व प्रोफेशनल फिनिश |
जेल आईलाइनर | क्रीमी टेक्सचर, ब्रश से लगाना पड़ता है, ब्लेंडिंग आसान | ड्राई स्किन, स्मोकी या सॉफ्ट लुक पसंद करने वालों के लिए | इंटेंस कलर व स्मज-प्रूफ फिनिश |
पेंसिल आईलाइनर | यूज़ करना सबसे आसान, पोर्टेबल, क्विक अप्लिकेशन | बिगिनर्स, सिंपल रोज़ाना लुक, सेंसिटिव आंखें या वॉटरलाइन के लिए बेहतर | सॉफ्ट व नैचुरल फिनिश |
हर व्यक्ति की त्वचा और जरूरतें अलग होती हैं। यदि आपकी त्वचा ऑयली है तो लिक्विड आईलाइनर ज्यादा टिकाऊ रहेगा। अगर आप स्मोकी या ब्लेंडेड इफेक्ट चाहती हैं तो जेल आईलाइनर सही रहेगा। वहीं शुरुआती लोगों के लिए पेंसिल आईलाइनर सबसे आसान विकल्प है। अपने मेकअप बॉक्स में इन सभी फॉर्मूलाज को शामिल करके आप हर मौकों के अनुसार परफेक्ट आई मेकअप पा सकती हैं। सही टूल्स और प्रोडक्ट्स का चयन ही परफेक्ट रिजल्ट की कुंजी है।
3. आईलाइनर लगाते समय हाथ का कंपन या अनियमित स्ट्रोक्स
आईलाइनर लगाने में हाथ का स्थिर रहना क्यों है ज़रूरी?
बहुत बार मेकअप बिगिनर्स को आईलाइनर लगाते समय हाथ कांपने लगता है या स्ट्रोक्स असमान हो जाते हैं। इससे लाइन टेढ़ी-मेढ़ी बन जाती है, जो पूरे लुक को बिगाड़ सकती है। खासकर भारतीय शादी, त्योहार या डेली ऑफिस लुक के लिए परफेक्ट आईलाइनर बेहद ज़रूरी है।
लाइन लगाने की सही तकनीकें
डैश मेथड
इस मेथड में पलकों की जड़ में छोटे-छोटे डैश यानी बिंदु बनाएं। फिर इन डैशेज़ को धीरे-धीरे आपस में जोड़ दें। इससे लाइन बहुत स्मूद बनेगी और हाथ भी ज्यादा नहीं कांपेगा।
डॉट मेथड
पहले अपनी आईलिड पर हल्के-हल्के डॉट्स लगा लें, फिर ब्रश या पेन से उन डॉट्स को कनेक्ट करें। यह तरीका खासतौर पर उन लोगों के लिए अच्छा है जिनका हाथ ज्यादा कांपता है या जिन्हें लाइन सीधी खींचना मुश्किल लगता है।
हाथ को मजबूत और स्थिर कैसे रखें?
- आईलाइनर लगाते समय अपनी कोहनी को किसी टेबल या सॉलिड सतह पर टिकाएं, ताकि हाथ स्टेबल रहे।
- छोटे स्ट्रोक्स में काम करें; पूरी लाइन एक बार में न खींचें।
- गहरी सांस लें और खुद को रिलैक्स रखें, इससे हाथ कम कांपेगा।
भारतीय त्वचा के लिए टिप:
अगर आपकी पलकें ऑयली हैं, तो पहले हल्का सा ट्रांसलूसेंट पाउडर या बेस लगाएं, इससे लाइन फिसलेगी नहीं और स्ट्रोक्स साफ बनेंगे। आईलाइनर का चुनाव भी अपने स्किन टोन और ओकेजन के हिसाब से करें—ब्राउन, ब्लैक या नेवी ब्लू शेड्स भारतीय रंगों पर खूब जचते हैं।
4. दोनों आँखों में असमान विंग बनना
मेकअप बिगिनर्स के लिए यह बहुत आम समस्या है कि दोनों आँखों में विंग्ड आईलाइनर की शेप और एंगल एक जैसी नहीं बनती। इससे पूरा लुक असंतुलित दिखने लगता है। हालांकि, कुछ आसान ट्रिक्स अपनाकर आप इस गलती से बच सकती हैं और अपने आईलाइनर को एक समान बना सकती हैं।
विंग्ड आईलाइनर को समान बनाने के आसान ट्रिक्स
- गाइडिंग डॉट्स का इस्तेमाल करें: सबसे पहले अपनी दोनों आँखों के बाहरी किनारों पर हल्के-हल्के डॉट्स लगाएं, जहाँ आप विंग एंड करना चाहती हैं। फिर इन डॉट्स को धीरे-धीरे लाइन से कनेक्ट करें। इससे दोनों विंग का आकार और लंबाई एक जैसी बनी रहेगी।
- टेप का उपयोग करें: इंडियन ब्यूटी ब्लॉगर अक्सर सेलो टेप या वाशि टेप का यूज करती हैं। इसे आंख के बाहरी कोने से आइब्रो की ओर हल्का सा चिपकाएं, फिर उसके किनारे के साथ आईलाइनर लगाएं। टेप हटाने पर आपको शार्प और एक जैसी विंग मिलेगी।
ट्रिक की तुलना
ट्रिक | फायदे | नुकसान |
---|---|---|
गाइडिंग डॉट्स | नेचुरल फिनिश, हर किसी के लिए आसान | थोड़ा समय ज्यादा लग सकता है |
टेप का इस्तेमाल | शार्प एज, जल्दी रिजल्ट | संवेदनशील त्वचा पर चिपकाने से रेडनेस हो सकती है |
भारत में प्रचलित टिप्स:
- आईलाइनर लगाने से पहले काजल या न्यूड पाउडर बेस लगाए, जिससे लाइन स्लिप न हो।
- सिर्फ वाटरप्रूफ आईलाइनर चुने, ताकि पसीना या उमस में भी लुक बना रहे।
इन ट्रिक्स और स्थानीय सुझावों की मदद से आप आसानी से दोनों आँखों में एक जैसी विंग बना सकती हैं और प्रोफेशनल जैसा मेकअप लुक पा सकती हैं।
5. आईलाइनर का जल्दी स्मज या फैल जाना
आईलाइनर का जल्दी स्मज होना या फैल जाना मेकअप बिगिनर्स के लिए एक आम समस्या है, खासकर भारत के गर्म और उमस भरे मौसम में। जब आप पसीना बहाते हैं या आपकी त्वचा ऑयली होती है, तो आईलाइनर जल्दी ही अपनी जगह से हट सकता है और आँखों के आस-पास गंदगी फैला सकता है। इससे न केवल लुक खराब होता है बल्कि आत्मविश्वास भी डगमगा सकता है।
स्मज प्रूफ आइलाइनर ब्रांड्स का चुनाव करें
भारत में कई ऐसे लोकल और इंटरनेशनल ब्रांड्स हैं जो स्मज-प्रूफ और लॉन्ग-लास्टिंग आईलाइनर बनाते हैं। जैसे कि Lakmé, Maybelline, Colorbar और Sugar Cosmetics के जेल या लिक्विड फॉर्मूला वाले आइलाइनर्स बहुत अच्छे माने जाते हैं। इनका खास फॉर्मूला पसीने और नमी में भी अपनी जगह बना कर रखता है।
सेटिंग पाउडर का इस्तेमाल करें
आईलाइनर लगाने के बाद एक हल्का ट्रांसलूसेंट सेटिंग पाउडर ब्रश की मदद से पलकों पर लगा लें। यह तकनीक भारतीय महिलाओं के बीच काफी लोकप्रिय है क्योंकि यह ऑयल को सोख लेती है और आईलाइनर को फैलने से रोकती है। कोशिश करें कि आप बिना रंग वाले (translucent) पाउडर का ही उपयोग करें ताकि आपके आईलाइनर का रंग बदल न जाए।
टॉप कोटिंग के लिए ट्राई करें
अगर आप चाहते हैं कि आपका आईलाइनर घंटों तक टिका रहे, तो उसे सेट करने के लिए उसी रंग के पाउडर आईशैडो को एक पतले ब्रश से लाइन पर हल्के हाथों से लगाएँ। इससे एक टॉप कोटिंग बन जाती है, जिससे आईलाइनर लंबे समय तक स्मज-फ्री रहता है।
इन टिप्स को आज़माएँ
सही प्रोडक्ट्स चुनें, सेटिंग पाउडर या टॉप कोटिंग का इस्तेमाल करें और मेकअप के बाद बार-बार आँखों को छूने से बचें। धीरे-धीरे अभ्यास से आपको यह आदत पड़ जाएगी और आप अपने आईलाइनर को पूरे दिन खूबसूरत बनाए रख पाएँगी। याद रखें, धैर्य और सही तकनीक के साथ हर कोई परफेक्ट विंग्ड लाइन पा सकता है!
6. मेकअप हटाने में की जाने वाली गलतियाँ
आंखों के लिए सौम्य मेकअप रेमूवर का चयन
बहुत सी मेकअप बिगिनर्स आंखों का मेकअप हटाते समय तेज केमिकल्स वाले रेमूवर या अत्यधिक रगड़ने की गलती करती हैं। इससे आपकी नाजुक आंखों की त्वचा पर जलन, सूजन और झुर्रियां आ सकती हैं। हमेशा सौम्य और नैचुरल इंग्रेडिएंट्स वाले मेकअप रेमूवर का चयन करें। भारतीय बाजार में आपको एलोवेरा, गुलाब जल और ककड़ी एक्सट्रैक्ट जैसे प्राकृतिक तत्वों से बने कई अच्छे विकल्प मिल जाएंगे।
रगड़ने से बचें
मेकअप हटाते वक्त बार-बार आंखों को रगड़ना एक आम गलती है, जिससे त्वचा कमजोर हो जाती है और पलकों के बाल भी झड़ सकते हैं। इसके बजाय, कॉटन पैड पर रेमूवर लगाकर उसे कुछ सेकंड तक बंद आंखों पर हल्के से रखें, ताकि आईलाइनर सॉफ्ट हो जाए और फिर धीरे-धीरे पोंछ लें।
प्राकृतिक उपाय: कोकोनट तेल आदि
अगर आप केमिकल बेस्ड रेमूवर से बचना चाहती हैं, तो नारियल तेल (कोकोनट ऑयल), बादाम का तेल या शुद्ध घी भी इस्तेमाल कर सकती हैं। थोड़ी मात्रा में तेल लें और उसे सॉफ्ट कॉटन पर लगाकर हल्के हाथों से आंखों का मेकअप साफ करें। ये उपाय न सिर्फ मेकअप हटाते हैं, बल्कि त्वचा को पोषण भी देते हैं।
भारतीय घरेलू टिप्स:
गुलाब जल और थोड़ा सा नारियल तेल मिलाकर भी एक अच्छा नैचुरल मेकअप रेमूवर तैयार किया जा सकता है। इससे आंखों की ताजगी बनी रहती है और कोई जलन नहीं होती। याद रखें, हमेशा आंखों को साफ करने के बाद हल्का मॉइस्चराइज़र जरूर लगाएं, ताकि स्किन हाइड्रेटेड रहे।